कानपुर देहात में एक 10 वर्षीय बालक की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। पुलिस ने पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है जिसमें एक नाबालिग भी शामिल है। पुलिस ने नाबालिग का वीडियो जारी किया है जिसमें वह बता रहा है कि उसने गिलास के नीचे पटाखा फोड़ा था।
कानपुर देहात। घर से करीब चार सौ मीटर दूर मुस्लिम बस्ती में स्थित मेला मैदान में खेल रहे 10 वर्षीय बालक की गला कटने से मौत हो गई। घटना शनिवार शाम करीब पांच बजे रूरा के सिठमरा गांव में हुई।
स्वजन व बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने हत्या का आरोप लगाकर आक्रोश जताया। पुलिस ने पांच संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। देर रात पुलिस ने एक नाबालिग आरोपित का वीडियो जारी किया। इसमें वह बता रहा है कि उसने गिलास के नीचे रखकर पटाखा फोड़ा। पटाखा फूटते ही गिलास गायब हो गया और लड़का गिर गया। पहले उसे लगा कि लड़के को दौरा पड़ा है, लेकिन जब उसका खून बहने लगा तो वह डरकर वहां से भाग निकला। घटनास्थल से गिलास का एक टुकड़ा भी मिला है, लेकिन उस पर खून नहीं लगा मिला।
सिठमरा गांव
निवासी अनिल
चक्रवर्ती का
10 वर्षीय पुत्र
आर्यन शनिवार
शाम घर
से खेलने
निकला था।
वह मुस्लिम
बस्ती में
स्थित मेला
मैदान पहुंच
गया। वहां
कुछ बच्चे
पटाखा फोड़
रहे थे।
इसी दौरान
किसी ने
बालक का
धारदार हथियार
से गला
रेत दिया।
साथ में
खेल रहे
बच्चे दहशत
में भाग
निकले।
लहूलुहान हालत में आर्यन को तड़प देख स्वजन उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां इमरजेंसी चिकित्सक डा. ओम प्रकाश ने मृत घोषित कर दिया। डीएम आलोक सिंह व एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति गांव पहुंचे और सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। गांव व जिला अस्पताल में पीएसी के साथ ही बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
आक्रोशित परिवारीजन ने वर्ग विशेष की दुकानों में चलाए पत्थर
सिठमरा मेला
मैदान(बाजार)
में शाम
करीब साढ़े
पांच बजे
हुई घटना
से स्वजन
ही नहीं
बल्कि ग्रामीणों
में भी
आक्रोश है।
वहीं पुलिस
चौकी से
चंद कदम
दूरी होने
से लोग
और भी
अचंभित है।
घटना से
आक्रोशित पारिवारीजन
ने वर्ग
विशेष की
दुकानों में
देर शाम
पत्थर चला
दिए। इस
पर पुलिस
ने उन्हें
समझाकर शांत
कराया। सिठमरा
के मेला
मैदान में
कक्षा चार
के छात्र
आर्यन की
गला रेतकर
हुई हत्या
से परिवारीजन
के साथ
ही ग्रामीण
भी अचंभित
हैं।
ग्रामीणों ने
बताया कि
अनिल का
परिवार बहुत
ही सुलझा
हुआ है
और इन्हें
ज्यादा किसी
से मतलब
भी नहीं
है, लेकिन
इसके बाद
भी बेटे
की बेरहमी
से हत्या
किए जाना
अचंभित करता
है। बेटे
की हत्या
से किसी
को क्या
फायदा हो
सकता यह
समझ से
परे है।
बेटे की
मौत पर
मां किरन
देवी जिला
अस्पताल में
बदहवास होकर
बिलखती रही।
वहीं कई बार बेहोश भी हुई, जिस पर मौजूद लोगों ने पानी डाल उन्हें ढांढस बंधाया। वहीं सीओ प्रिया सिंह को देखते ही उन्होंने पैर पकड़ न्याय दिलाने की गुहार लगा दी, जिस पर उन्होंने आरोपितों की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर मां को शांत कराया।
व्यापारिक प्रतिस्पर्धा को लेकर भी रही चर्चा
10
वर्षीय बालक
की हत्या
को लेकर
ग्रामीणों में
व्यापारिक प्रतिस्पर्धा
को लेकर
भी चर्चा
रही। पीड़ित
परिवार के
साथ जिला
अस्पताल आए
ग्रामीणों ने
बताया कि
वर्ग विशेष
की जहां
मीट की
दुकानें है
वहीं अनिल
की भी
मीट की
दुकान है।
इससे व्यापारिक
प्रतिस्पर्धा में
घटना को
अंजाम दिए
जाने से
भी लोग
इनकार नहीं
कर रहे
हैं।
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